उदयपुर//राजसमन्द (राव दिलीप सिंह)मेवाड़ के अंतिम राजकवि राव मोहनसिंह रचित ' प्रताप यश चन्द्रोदय ' का दूसरा संस्करण 90 वर्ष बाद और ' भूपाल भूषण ' का 85 वर्ष बाद प्रकाशित होने पर आज राजस्थान विद्यापीठ विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो.एस.एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख बी.एल. गुर्जर ने लोकार्पित किया। समाज सेवी डॉ भरत सिंह राव एडवोकेट ठि.आसोलिया कि मादड़ी ने बताया कि इस अवसर पर प्रो.जीवन सिंह खरकवाल, डॉ. हरीश शर्मा ,डॉ.कुलशेखर व्यास, डॉ. उग्रसेन राव के.के. नाहर आदि मौजूद थे।